संदीप देव। आज ‘अब्बासी हिंदू’ शब्द से बहुत लोग विचलित हैं, खासकर ‘सरकारी यूट्यूबर’। कोई इसके विरुद्ध WhatsApp पर लेख लिख कर प्रसारित कर रहा है तो कोई झुंड बनाकर इस पर ‘टॉक शो’ कर रहा है।
इसी तरह मुझे हिंदू उग्रवादी कहते हुए लेफ्ट ईको सिस्टम ने मेरी जो बायोग्राफी ‘हिंदू पॉप’ के नाम से लिखी है, उसमें भी मेरे दिए ‘पंचमक्कार’ और ‘हरे टिड्डे’ अवधारणा पर चर्चा करते हुए मुझ पर प्रहार किया गया है।
प्रसन्न हूं कि लेफ्ट-राईट दोनों मुझ पर मेरी दी गई टर्मिनोलॉजी को लेकर हमलावर है। यही है एक ‘टर्मिनोलॉजी’ (Name Calling ) की सफलता है।
इसका सारा श्रेय सनातन धर्मावलंबियों को जाता है, जिन्होंने इन टर्म का उपयोग कर लेफ्ट-राईट दोनों का मुखौटा नोंच डाला है। सभी सनातनियों को बधाई। उनकी लड़ाई रंग लाने लगी है। जय सनातन।
अब ‘अब्बासी खलीफा’ और ‘पसमांदा सुल्तान’ भी फेमस होने लगा है। 😆
कभी इसी तरह कांग्रेसी-कम्युनिस्ट पत्रकारों के लिए मेरा दिया ‘पेटिकोट पत्रकार’ और भाजपाई पत्रकारों के लिए ‘निक्कर पत्रकार’ शब्द भी प्रचलित हुआ था! धन्यवाद। 🤣