अर्चना कुमारी। केजरीवाल के कथित साथी एक-एक कर फंसते जा रहे हैं और हैरत की बात तो यह है कि सत्येंद्र जैन पिछले कई महीनों से जेल में बंद है लेकिन अब उन्हें इस्तीफा देना पड़ रहा है जबकि केजरीवाल के खास मनीष सिसोदिया ने शराब घोटाले में जेल जाने के बाद अपना पद छोड़ दिया है।
मनीष को जेल से बाहर निकालने के लिए आम आदमी पार्टी पहले सुप्रीम कोर्ट पहुंची लेकिन वहां से कोई राहत न मिलने पर हाईकोर्ट के तरफ रुख किया है । इस बीच दिल्ली आबकारी नीति घोटाले मामले में आरोपी कुलदीप सिंह, नरेंद्र सिंह अरुण रामचंद्रन पिल्लई, मूथा गौतम और समीर महेंद्रु को जमानत मिल गई है।
सूत्रों का कहना है कि केजरीवाल शराब घोटाले को लेकर खुद भी फंस सकते हैं हालांकि वह इस मुद्दे पर राजनीति करना चाहते हैं ताकि मनीष को सहानुभूति का लाभ मिल सके ,इससे पहले भी उन्होंने सत्येंद्र जैन के जेल जाने के वक्त उसके पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश की थी लेकिन कोई फायदा नहीं होते देख उन्होंने यह मुद्दा छोड़ दिया।
इससे पहले जब केजरीवाल के खास रहे दिल्ली के मंत्री जितेंद्र तोमर गिरफ्तार किए गए थे, तब भी केजरीवाल ने कहा था कि मैं आईआरएस हूं जी मैं इनकम टैक्स कमिश्नर रहा हूं, मुझे डॉक्यूमेंट वेरीफाई करने आता है और मैंने जितेंद्र तोमर की डिग्री चेक की है लेकिन उनके डिग्री को विश्वविद्यालय में फर्जी करार दिया तब केजरीवाल चुप हो गए थे।
उसके बाद बलात्कारी मंत्री संदीप कुमार पकड़ा गया तब भी केजरीवाल उसके पीछे खड़े थे लेकिन आरोप बेहद गंभीर था इस वजह से उन्होंने उसका साथ छोड़ दिया और पार्टी से निकाल दिया था। दिल्ली दंगों को लेकर जब दंगाई आम आदमी के पार्षद रहे ताहिर हुसैन पकड़ा गया था तब आम आदमी पार्टी कई हफ्तों तक ताहिर हुसैन के साथ खड़ी थी लेकिन जब ताहिर हुसैन का पूरा सबूत सामने आ गया और खुद ताहिर हुसैन का कुबूल लामा सामने आ गया तो केजरीवाल ने उससे किनारा कर लिया।
सत्येंद्र जैन के जेल जाने के बाद केजरीवाल काफी दोनों तक उसका बचाव करते रहे लेकिन जब एक दिन यह खुलासा हुआ कि वह जेल में एक बलात्कारी से मसाज करवाता है और ऐसा बलात्कारी जो एक नाबालिग के साथ बलात्कार किया है तो केजरीवाल ने बिल्कुल चुप हो गए ।
आशंका है कि आने वाले दिनों में अब ये कुछ दिनों तक मनीष सिसोदिया के साथ खड़े रहेंगे। बाद में यही केजरीवाल कहेगा कि मनीष सिसोदिया ने मुझे अंधेरे में रखा, आबकारी का पूरा जिम्मा तो उसके हिस्से था मैं तो ईमानदार हूं जी मनीष सिसोदिया ही बेईमान है