अर्चना कुमारी। महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस अक्सर चर्चा में रहती है और उसने इस बार एक महिला डिज़ाइनर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है और पुलिस ने उसे धर दबोचा। दावा किया गया है कि महिला डिज़ाइनर में उसे रिश्वत के तौर पर एक करोड़ देने की पेशकश की थी। इस पर सफाई पेश करते हुए उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का कहना है कि अनिल जयसिंघानी की बेटी ने मेरी पत्नी से संपर्क कर खुद को डिजाइनर बताया।
इसने कहा कि इसके पिता को गलत केस में फंसाया गया है,इसपर अमृता ने इसे चिट्ठी लिखने को कहा लेकिन इसने कहा कि ये पिता को छुड़ाने के लिए 1 करोड़ देने को तैयार है। इतना ही नहीं अनिल जयसिंघानी ने एक वीडियो भेज उसे वायरल करने की धमकी दी और कहा कि उसके ऊपर लगाए गए सारे केस वापस लिया जाए और पूरे मामले को लेकर उचित जांच की जाएगी। एक वीडियो में अनिष्का अमृता को हार पहना रही है,दूसरे में वो बैग में पैसे भर रही है और फिर वही बैग अमृता के हाथ में दिख रहा।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि अमृता का आरोप है कि उसने अपने पिता के खिलाफ दर्ज आपराधिक मामले को खत्म करने के लिए एक करोड़ रुपए की रिश्वत देने की पेशकश की। साथ ही उन्हें साजिश करके फंसाने की धमकी भी दी । महिला डिजाइनर का नाम अनिक्षा है। अमृता ने कहा कि 18 और 19 फरवरी को अनिक्षा उर्फ अनिष्का ने अनजान नंबर से अपने वीडियो क्लिप, वॉयस नोट्स और मैसेज भेजे थे। इसके जरिए उसने अमृता को धमकाने की कोशिश की थी। अमृता ने 20 फरवरी को FIR दर्ज कराई। इस पर पुलिस ने डिजाइनर और उसके पिता के खिलाफ साजिश रचने और भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है।
यह मामला मीडिया में अब आया है और मामला विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजीत पवार द्वारा उठाया गया।अमृता ने यह भी दावा किया कि डिजाइनर ने उन्हें फंसाने की धमकी भी दी थी।अमृता ने पुलिस को बताया, अनिक्षा नाम की डिजाइनर ने नवंबर 2021 में पहली बार मुझसे संपर्क किया था। उसने मुझे बताया था कि वह कपड़े, ज्वेलरी और फुटवियर डिजाइन करती है। हम दोनों की मुलाकात एक कार्यक्रम में हुई थी। इस दौरान अनिक्षा ने मुझसे उसकी डिजाइन की हुई ज्वेलरी और फुटवियर पहनने और उनका प्रमोशन करने की अपील की थी। मुझे उस पर तरस आया और मैंने हां कर दी।
पहली मुलाकात में उसने मुझे बताया था कि उसकी मां की मौत हो चुकी है। एक बार मेरे घर आकर उसने मेरे स्टाफ के लोगों को कपड़े और ज्वेलरी दी थी और मुझसे रिक्वेस्ट की थी कि मैं उन्हें पहनूं। मुझे याद नहीं है कि मैंने उसकी दी ड्रेस कभी पहनी भी थी या नहीं। इन चीजों को मेरे स्टाफ ने लौटा दिया या डोनेट कर दिया था, क्योंकि मेरे पास उसका दिया कोई सामान नहीं है। ऐसी ही एक मुलाकात में अनिक्षा ने दावा किया था कि उसके पिता के कई पॉलिटिकल पार्टी के नेताओं के साथ करीबी संबंध हैं। उसने वहां मौजूद एक कर्मचारी को लिफाफा देकर मुझे देने को कहा जब मैंने लिफाफा खोला तो उसमें हाथ से लिखा हुआ नोट था।
उसमें क्या लिखा हुआ था मुझे समझ नहीं आया और मैंने उसे एक तरफ रख दिया।एक बार अनिक्षा ने मेरे बॉडीगार्ड से झूठ बोला और मेरी कार में बैठ गईं। उसने मुझे बताया कि उसके पिता पुलिस को सटोरियों की जानकारी देते थे। उसने ऑफर किया कि अगर इन सटोरियों के खिलाफ एक्शन लेना है, तो पुलिस से कहकर पैसे भी कमाए जा सकते हैं। या फिर कोई एक्शन न लेकर सटोरियों से पैसे ऐंठे जा सकते हैं। ये सुनने के बाद मैंने उसे कार से नीचे उतरने को कहा। फिर मैंने उसके कॉल उठाने बंद कर दिए।16 फरवरी को रात 9 बजकर 30 मिनट पर अनिक्षा ने मुझे कॉल करके बताया कि उसके पिता को एक केस में आरोपी बनाया गया है।
अगर मैं उन्हें बचा लेती हूं तो वह मुझे 1 करोड़ रुपए देगी। यह सुनने के बाद मैंने फोन रख दिया और उसका नंबर ब्लॉक कर दीया और बताया जाता है कि अमृता फडणवीस ने डिजाइनर अनीक्षा जयसिंघानी पर कथित तौर पर एक आपराधिक मामले में हस्तक्षेप करने, रिश्वत देने की कोशिश और धमकाने के आरोप लगाए थे। साथ ही डिजाइनर अनीक्षा जयसिंघानी (अनिल जयसिंघानी की बेटी) के खिलाफ मालाबार हिल पुलिस स्टेशन में केस दर्ज कराया था। फिलहाल, पुलिस ने इस मामले में अक्षन जयसिंघानी को हिरासत में ले लिया है, जो उसका भाई है। सूत्रों का दावा है कि अनिक्षा जयसिंघानी ठाणे के उल्हासनगर इलाके की रहने वाली है और पुलिस को पता चला है कि ये कई मामलों में वांटेड एक बड़े सट्टेबाज अनिल जयसिंघानी की बेटी है।
महिला फैशन डिजाइनर एक लॉ ग्रेजुएट है और उसके पिता अनिल जयसिंघानी के खिलाफ महाराष्ट्र, गोवा और असम में सरकारी अधिकारियों को धमकी देने, धोखा देने के कई मामले दर्ज हैं। बताया जाता है कि जयसिंघानी सट्टेबाजी के कई मामलों में भी लिप्त रहा और दावा किया गया है कि वो पंटर्स का एक गिरोह भी चलाता था।
इतना ही नहीं उसने सट्टेबाजी में प्रतिस्पर्धा को खत्म करने के लिए अपने प्रतिद्वंद्वियों की पुलिस से मुखबिरी भी की थी और पूर्व में भी उसका नाम तक चर्चा में आया था जब डेढ़ दशक पहले मुंबई के पूर्व डीसीपी अमर जाधव ने उसे क्रिकेट में सट्टेबाजी करने के लिए मजबूर किया। इस बारे में उसने दावा किया था कि जाधव ने उसके बच्चों और पत्नी को बंधक बनाकर रखा ।
बताया जाता है कि इस आरोपों के बाद जाधव को कथित तौर पर लंबी छुट्टी पर भेज दिया गया इसके कुछ साल बाद ही उन्होंने वीआरएस की मांग की और पुलिस विभाग छोड़ दिया। उस समय जयसिंघानी ने ये भी आरोप लगाया था कि उसके परिवार को तब छोड़ा गया जब डीसीपी अमर जाधव को 1 करोड़ रुपये दिए गए